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वॉशिंगटन8 मिनट पहले
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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की ये तस्वीर 2022 में हुई G7 समिट की है।
कनाडा ने भारत पर आंतकी निज्जर की हत्या का आरोप लगाया है। इस पर अमेरिकी रक्षा मंत्रालय- पेंटागन के पूर्व अफसर का कहना है कि कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों से भारत के मुकाबले कनाडा को ज्यादा खतरा है। साथ ही अगर अमेरिका को भारत-कनाडा में से किसी एक को चुनना पड़ा तो वो भारत को चुनेगा।
पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने कहा- भारत और अमेरिका के रिश्ते बेहद अहम हैं। कनाडा की भारत से लड़ाई बिलकुल वैसी है जैसे किसी हाथ और चींटी की होती है। रुबिन ने ट्रूडो की गिरती पॉपुलैरिटी को देखते हुए कहा- वो लंबे समय तक प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे, इसलिए उनके पद से हटने के बाद अमेरिका दोबारा कनाडा से रिश्ते मजबूत कर लेगा।
पेंटागन के पूर्व अफसर बोले- ट्रूडो ने गलती की है
माइकल रुबिन ने कहा- मुझे लगता है कि ट्रूडो ने बहुत बड़ी गलती की है। उन्होंने ऐसे आरोप लगाए हैं जिनके सपोर्ट में कोई सबूत पेश नहीं किए गए हैं। सवाल उठाने या आरोप लगाने से पहले उन्हें ये बताना चाहिए की आखिर क्यों उनकी सरकार एक आतंकी को पनाह दे रही थी।

पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने कहा कि निज्जर एक आतंकी था। यदि भारत-कनाडा के बीच चुनना होता तो भारत को चुनते।
ट्रूडो बोले- हफ्तों पहले भारत को सबूत दिए
ट्रूडो ने बताया- हमने कुछ हफ्ते पहले ही भारत सरकार से ऐसे सबूत साझा किए थे, जो हमारे आरोपों को पुख्ता करते हैं। हम चाहते हैं कि दिल्ली जांच में हमारा सहयोग करे।
उन्होंने कहा कि हम भारत से अपील करते हैं कि वो हमारे साथ जुड़कर काम करें, जिससे इस बेहद गंभीर मामले की तह तक पहुंच सकें। हम उनके साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं और हफ्तों से इसके लिए कह रहे हैं।
कनाडा के PM ट्रूडो ने कहा- जैसा कि मैंने सोमवार को कहा था, हमारे पास ये मानने के पर्याप्त कारण हैं कि भारत सरकार के एजेंट हमारी धरती पर एक कनाडाई की हत्या में शामिल थे। ये एक बहुत अहम बात है, खासकर एक ऐसे देश के लिए जहां कानून का शासन हो। कनाडा में अंतरराष्ट्रीय नियमों के आधार पर व्यवस्था है। हम भारत सरकार से इस मामले की सच्चाई तक जाने के लिए सहयोग की अपील करते हैं। पढ़ें पूरी खबर…

तस्वीर 10 सितंबर की है, जब ट्रूडो G20 के लिए भारत आए थे।
भारत-कनाडा विवाद की टाइमलाइन…
18 सितंबर : जून 2023 में हुई खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई थी। 18 सितंबर को कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या का जिम्मेदार भारत को बताया था। पीएम ट्रूडो का सार्वजनिक बयान सामने आते ही खबर आई कि कनाडा ने भारत के एक सीनियर डिप्लोमेट को निष्कासित कर दिया है।
19 सितंबर : कनाडा की इस कार्रवाई के जवाब में भारत ने भी कनाडा के एक सीनियर डिप्लोमेट ओलिवियर सिलवेस्टर (Olivier Sylvester) को निष्कासित किया। उन्हें पांच दिन के अंदर देश छोड़ने को कहा गया।
19 सितंबर : विदेश मंत्रालय ने ट्रूडो के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कनाडा लगातार भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के खिलाफ काम करने वाले खालिस्तान गुटों को पनपने दे रहा है। अपनी कमजोरी से ध्यान भटकाने के लिए वह इस तरह के आरोप लगा रहा है।
19 सितंबर : कनाडाई सरकार ने अपने नागरिकों के लिए एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी की। कहा- कनाडा के लोग भारत के जम्मू-कश्मीर और मणिपुर जैसे हिंसाग्रस्त इलाकों में जाने से बचें।
20 सितंबर : कनाडा की तरफ से जारी एडवाइजरी के बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने भी कनाडा में रहने वाले अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की। जिसमें कहा गया – कनाडा में जारी भारत विरोधी एक्टिविटीज के मद्देनजर वहां रहने वाले या वहां की यात्रा पर जाने वाले नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वो बहुत सतर्कता बरतें। हालिया वक्त में देखा गया है कि कनाडा में मौजूद इंडियन डिप्लोमैट्स और इंडियन कम्युनिटी के एक खास तबके को धमकियां दी जा रही हैं। ये वो लोग हैं जो भारत विरोधी एजेंडे का विरोध करते हैं।
21 सितंबर : कनाडा में मौजूद भारत के वीजा एप्लिकेशन सेंटर ने कनाडा के लोगों के लिए वीजा सेवाएं सस्पेंड कीं। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा कि कनाडा में हमारे डिप्लोमैटिक यूनिट को धमकियां मिल रही हैं। वे अपना काम नहीं कर पा रहे हैं। यही वजह है कि वीजा सर्विसेज सस्पेंड की गई हैं।
22 सितंबर : अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) जेक सुलिवन ने व्हाइट हाउस में मीडिया से कहा कि वह इस हत्या के मामले में भारत के खिलाफ जांच में कनाडा के प्रयासों का समर्थन करते हैं। सुलिवन ने आगे कहा- कोई भी देश हो इस तरह के कामों के लिए किसी को भी स्पेशल छूट नहीं मिलेगी।
23 सितंबर : कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने शुक्रवार को फिर से भारत पर खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या का आरोप लगाया। ओटावा में मीडिया से बातचीत में ट्रूडो ने कहा- उनके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि इस हत्या में भारत सरकार के एजेंट शामिल हैं। ट्रूडो ने आगे बताया कि उन्होंने कुछ हफ्ते पहले ही भारत सरकार से सबूत शेयर किए हैं।

तस्वीर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की है। कनाडा ने भारत पर इसकी हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया है, जिससे दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बढ़ गया है।
भारत बोला- कनाडा के आरोप बेतुके
कनाडा की तरफ से लगाए गए सभी आरोपों को भारत लगातार खारिज करता आया है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कनाडा के सभी आरोप बेतुके हैं। इसी तरह के आरोप कनाडाई प्रधानमंत्री ने हमारे PM मोदी के सामने भी रखे थे और उन्हें पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था।
इस तरह के निराधार आरोप खालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों से ध्यान हटाने की कोशिश है। इन्हें कनाडा में पनाह दी गई है और ये भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा हैं। इधर, खबर यह भी आई कि विदेश मंत्री जयशंकर ने बुधवार को PM मोदी से मुलाकात की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसमें जयशंकर ने PM को पूरे मामले पर ब्रीफ किया है।
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