देसी-पटल

मनोरंजन के साथ जानकारी

US Deportation; Indians Migrants | Panama City Hotel Room Window | अमेरिका से निकाले गए 300 अप्रवासी पनामा में कैद: इनमें कई भारतीय भी; होटल की खिड़कियों से मदद मांग रहे, अपने देश जाने को तैयार नहीं


पनामा3 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

पनामा के एक होटल में 15 फरवरी से अप्रवासियों को कैद करके रखा गया है। होटल के बाहर सुरक्षा तैनात की गई है।

अमेरिका ने 300 अवैध अप्रवासियों को डिपोर्ट करके पनामा भेजा है। यहां इन लोगों को एक होटल में हिरासत में रखा गया है। इन अप्रवासियों में भारत के अलावा नेपाल, श्रीलंका, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन, वियतनाम और ईरान के लोग शामिल हैं।

ये लोग अपने देश लौटने को तैयार नहीं हैं। होटल की खिड़कियों से ये लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं। कुछ लोग कागजों पर ‘हमारी मदद करें’ और ‘हमें बचाएं’ लिखकर खिड़की से दिखा रहे हैं।

अमेरिका अवैध अप्रवासियों को उनके देश डिपोर्ट करने के लिए पनामा को पड़ाव के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। इसके लिए पनामा के अलावा ग्वाटेमाला और कोस्टारिका के साथ भी करार किया है।

पनामा की होटल में कैद अप्रवासियों की 9 तस्वीर…

पनामा का होटल डिकैपोलिस, जहां अमेरिका से निकाले गए अवैध अप्रवासियों को कैद में रखा गया है।

पनामा का होटल डिकैपोलिस, जहां अमेरिका से निकाले गए अवैध अप्रवासियों को कैद में रखा गया है।

अमेरिका ने 12 फरवरी को इन्हें देश से डिपोर्ट करना शुरू किया था। 18 फरवरी को सभी को होटल लाया गया।

अमेरिका ने 12 फरवरी को इन्हें देश से डिपोर्ट करना शुरू किया था। 18 फरवरी को सभी को होटल लाया गया।

अवैध अप्रवासियों को कहना है कि वे अपने देश नहीं लौटना चाहते क्योंकि वे वहां सुरक्षित नहीं हैं।

अवैध अप्रवासियों को कहना है कि वे अपने देश नहीं लौटना चाहते क्योंकि वे वहां सुरक्षित नहीं हैं।

इस होटल की खिड़कियों पर खड़े होकर अप्रवासी मदद मांग रहे हैं। तस्वीर में दो लड़कियां 'प्लीज हमारी मदद करें' लिखा कागज दिखा रही हैं।

इस होटल की खिड़कियों पर खड़े होकर अप्रवासी मदद मांग रहे हैं। तस्वीर में दो लड़कियां ‘प्लीज हमारी मदद करें’ लिखा कागज दिखा रही हैं।

इन अवैध अप्रवासियों में ज्यादातर भारत, नेपाल, श्रीलंका, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन, वियतनाम और ईरान के हैं।

इन अवैध अप्रवासियों में ज्यादातर भारत, नेपाल, श्रीलंका, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन, वियतनाम और ईरान के हैं।

पनामा के वकीलों का कहना है कि बिना कोर्ट के आदेश के लोगों को 24 घंटे से ज्यादा हिरासत में रखना गैरकानूनी है।

पनामा के वकीलों का कहना है कि बिना कोर्ट के आदेश के लोगों को 24 घंटे से ज्यादा हिरासत में रखना गैरकानूनी है।

ये लोग जब से इस होटल पहुंचे हैं, तब से खिड़की के सामने ही खड़े हैं। दो लड़कियां रोती नजर आ रही हैं।

ये लोग जब से इस होटल पहुंचे हैं, तब से खिड़की के सामने ही खड़े हैं। दो लड़कियां रोती नजर आ रही हैं।

पनामा सरकार ने पत्रकारों को इन अप्रवासियों से मिलने से रोक दिया है। इन्हें बाहर निकलने की इजाजत नहीं है।

पनामा सरकार ने पत्रकारों को इन अप्रवासियों से मिलने से रोक दिया है। इन्हें बाहर निकलने की इजाजत नहीं है।

अवैध अप्रवासियों को कड़ी सुरक्षा के घेरे में रखा गया है। होटल के बाहर तैनात सिक्योरिटी फोर्सेज।

अवैध अप्रवासियों को कड़ी सुरक्षा के घेरे में रखा गया है। होटल के बाहर तैनात सिक्योरिटी फोर्सेज।

एक अप्रवासी ने आत्महत्या की कोशिश की न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रवासियों से मोबाइल फोन छीन लिए गए और उन्हें एक होटल में बंद कर दिया गया है। ये लोग अपने वकील से भी नहीं मिल सकते हैं। एक अप्रवासी ने होटल में आत्महत्या की भी कोशिश की, जबकि भागने की कोशिश में एक अप्रवासी का पैर टूट गया।

पनामा के सुरक्षा मंत्री फ्रैंक अब्रेगो का कहना है कि अप्रवासियों को सुरक्षा के मद्देनजर हिरासत में रखा गया है। उन्हें सभी जरूरी मेडिकल ट्रीटमेंट और भोजन दिया जा रहा है।

भारतीय दूतावास पनामा अधिकारियों से संपर्क में पनामा का भारतीय दूतावास अपने लोगों की देखभाल के लिए लगातार अधिकारियों से संपर्क में है। दूतावास ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा-

QuoteImage

अधिकारियों ने हमें बताया है कि भारतीयों का एक समूह अमेरिका से पनामा पहुंच गया है। उन सभी को एक होटल में सुरक्षित रखा गया है। दूतावास की टीम ने कांसुलर एक्सेस प्राप्त कर लिया है।

QuoteImage

एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पनामा विजिट पर पहुंचे थे। इस विजिट में पनामा को एक पड़ाव के तौर पर इस्तेमाल करने की सहमति बनी थी, इस दौरान आने वाला सारा खर्च अमेरिका उठाएगा।

171 अप्रवासी अपने देश जाने को तैयार पनामा के मंत्री फ्रैंक अब्रेगो ने बताया कि 171 अवैध अप्रवासी मर्जी से अपने देश जाने के लिए तैयार हो गए हैं, जबकि 97 किसी और देश जाना चाहते हैं। इन लोगों को कोलंबिया-पनामा बॉर्डर के पास डेरियन जंगल में बने कैंप में ट्रांसफर कर दिया गया है। यहां से UN की रिफ्यूजी एजेंसी उन्हें दूसरे देश में ट्रांसफर करने की व्यवस्था करेगी।

अमेरिका इस साल 4 फरवरी से अब तक तीन बार में 332 अवैध भारतीय अप्रवासियों को डिपोर्ट कर चुका है। बताया जा रहा है कि देश के 18 हजार लोगों को भारत भेजा जाएगा, जिनमें करीब 5 हजार लोग हरियाणा के हैं।

अमेरिका में करीब 7 लाख अवैध भारतीय अप्रवासी

प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक साल 2023 तक अमेरिका में करीब 7 लाख से ज्यादा अवैध प्रवासी भारतीय हैं। यह मेक्सिको और अल साल्वाडोर के बाद सबसे ज्यादा हैं। अमेरिका में अवैध प्रवासियों से डील करने वाली सरकारी संस्था (ICE) के मुताबिक पिछले 3 सालों में अवैध रूप से घुसने की कोशिश में औसतन 90 हजार भारतीय नागरिकों को पकड़ा।

——————————————————

यह खबर भी पढ़ें…

व्हाइट हाउस ने अप्रवासियों का VIDEO पोस्ट किया:जंजीर-बेड़ियों से बांधकर लोगों को प्लेन में चढ़ाया; लिखा- इसे देखना सुकूनभरा

अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस ने मंगलवार को X पर एक वीडियो पोस्ट किया है। 41 सेकेंड के इस वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे अवैध अप्रवासियों को जंजीरों-बेड़ियों में जकड़कर प्लेन में चढ़ाया गया।

इस वीडियो का कैप्शन दिया है- ASMR: इलीगल एलियन डिपोर्टेशन फ्लाइट। ASMR वो आवाजें हैं जो तनाव कम करती हैं, सुकून देती हैं और दिमाग को रिलैक्स करती हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…

चीन-रूस पर ट्रम्प का दोहरा रवैया:इनके अवैध अप्रवासियों को पैसेंजर प्लेन से भेज रहे; भारत में मिलिट्री प्लेन से भेजा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के शपथग्रहण के 30 दिन पूरे हो गए हैं। इस दौरान ट्रम्प ने हजारों अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सैन्य विमान से डिपोर्ट किया है। हालांकि इस मामले में ट्रम्प का दोहरा रवैया नजर आया है। यहां पढ़ें पूरी खबर…

खबरें और भी हैं…



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *