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चेन्नई21 मिनट पहले
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गवर्नर आरएन रवि त्यागराज इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राइज डिस्ट्रीब्यूशन इवेंट में चीफ गेस्ट थे।
तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने मदुरै में एक कॉलेज इवेंट में छात्रों से ‘जय श्री राम’ का जयकारा लगाने को कहकर विवाद खड़ा कर दिया है। शनिवार को मदुरै में एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रवि ने अपने संबोधन के आखिर में छात्रों से जयकारा लगाने के लिए कहा।
तमिलनाडु के गवर्नर का यह वीडियो के सामने आने के बाद सभी पार्टियों ने उनकी आलोचना की है। कहा जा रहा है कि तमिलनाडु राज्य समान स्कूल प्रणाली मंच (एसपीसीएसएस) ने उन पर संवैधानिक शपथ का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है और उन्हें तत्काल पद से हटाने की मांग की है।
वेलाचेरी से कांग्रेस विधायक जेएमएच हसन मौलाना ने कहा कि आरएन रवि संवैधानिक पद पर हैं। उन्हें ऐसे काम शोभा नहीं देते। रवि किसी धार्मिक नेता की तरह बोल रहे हैं। वे आरएसएस और भाजपा के प्रचार मास्टर बन गए हैं।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) में काम कर चुके पूर्व IPS अधिकारी आरएन रवि ने 2021 में तमिलनाडु के राज्यपाल का पद संभाला था।
SPCSS ने कहा- सिलेबस से अनभिज्ञ हैं गवर्नर
तमिलनाडु राज्य समान स्कूल प्रणाली मंच ने राज्यपाल रवि पर तमिलनाडु के शैक्षणिक ढांचे और सांस्कृतिक संदर्भ के बारे में अनभिज्ञ रहने का भी आरोप लगाया। मंच ने कहा- राज्यपाल रवि तमिलनाडु के स्कूलों और कॉलेजों में अपनाए जाने वाले पाठ्यक्रम और सिलेबस से अनजान हैं। अपनी अज्ञानता और अहंकार के कारण वह शांति भंग करने और एक समूह को दूसरे के खिलाफ भड़काने के उद्देश्य से गलत विचारों का प्रचार कर रहे हैं।
जयघोष करवाने पर गवर्नर के खिलाफ किसने क्या कहा…

यह देश के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के खिलाफ है। राज्यपाल बार-बार संविधान का उल्लंघन क्यों करना चाहते हैं? उन्होंने अभी तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया है? वह आरएसएस के प्रवक्ता हैं। हम जानते हैं कि उन्होंने देश के संघीय सिद्धांतों का उल्लंघन कैसे किया और सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें उनकी जगह कैसे दिखाई है। – डीएमके प्रवक्ता धरणीधरन
अक्सर विवादों में रहते हैं गवर्नर आरएन रवि
- विधेयकों को रोकने पर सुप्रीम कोर्ट की फटकार – राज्यपाल रवि ने तमिलनाडु विधानसभा से पारित 10 विधेयकों को मंजूरी देने में देरी की, जिससे राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। सुप्रीम कोर्ट ने इसे अवैध और मनमाना करार देते हुए कहा कि राज्यपाल के पास वीटो पावर नहीं है और उन्हें विधानसभा से पारित विधेयकों पर एक महीने के भीतर निर्णय लेना चाहिए।
- विधानसभा से वॉकआउट – जनवरी 2023 में राज्यपाल रवि ने तमिलनाडु विधानसभा के उद्घाटन सत्र में राज्य सरकार के भाषण को पढ़ने से इनकार कर दिया और सदन से वॉकआउट कर गए। इस घटना को मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने लोकतांत्रिक परंपराओं का उल्लंघन बताया।
- राष्ट्रगान विवाद और वॉकआउट – 6 जनवरी 2024 को राज्यपाल ने विधानसभा सत्र की शुरुआत में राष्ट्रगान न बजाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि सत्र की शुरुआत और अंत दोनों में राष्ट्रगान बजाया जाना चाहिए। उन्होंने सरकार के अभिभाषण के कुछ हिस्सों को नैतिक और तथ्यात्मक आधार पर अस्वीकार करते हुए भाषण पूरा नहीं किया और सदन से वॉकआउट कर गए।
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हिंदू तिलक पर तमिलनाडु मंत्री का अश्लील कमेंट: DMK ने पोनमुडी को पार्टी पद से हटाया, कनिमोझी ने कहा- अश्लील टिप्पणी स्वीकार नहीं

तमिलनाडु के वन मंत्री के पोनमुडी का आपत्तिजनक बयान सामने आया है। पोनमुडी ने हिंदू तिलक पर कमेंट किया है। पोनमुडी का यह बयान वायरल हो रहा है। इसके चलते उनकी पार्टी DMK ने उन्हें उपमहासचिव पद से हटा दिया है।
हालांकि एक दिन बाद पोनमुडी ने अपमानजनक और अश्लील टिप्पणियों के लिए माफी मांग ली है। मुझे खेद है कि मेरे भाषण ने कई लोगों को ठेस पहुंचाई और उनके लिए शर्मनाक स्थिति पैदा की। मैं एक बार फिर उन सभी से दिल से माफी मांगता हूं, जिन्हें मेरे शब्दों से ठेस पहुंची है। पढ़ें पूरी खबर…