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South Korea Jungle Fire: दक्षिण कोरिया का उइसोंग काउंटी 14वीं से 15वीं सदी का माना जाता है. मगर, ये शहर अभी भीषण आपदा से गुजर रहा है. मंगलवार को दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में जंगल की आग फैल गई, जिसके कारण स्थानीय…और पढ़ें
कोरिया के जंगलों में लगी भीषण आग.
हाइलाइट्स
- दक्षिण कोरिया में जंगल की आग से 150,000 लोग प्रभावित.
- 2,600 कैदियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया.
- आग से कई बौद्ध मंदिर और घर जलकर खाक.

शहर के एक अधिकारी और एक पब्लिक अलर्ट में 1.5 लाख लोगों की आबादी वाले एंडोंग शहर के निवासियों को सुरक्षित क्षेत्रों में जाने के लिए अलर्ट जारी किया है. यह शहर 14वीं से 15वीं सदी के हाहो लोक गांव का घर है, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है. अधिकारी ने कहा कि आग वर्तमान में हाहो से लगभग 10 किमी (6 मील) दूर है.

विशेष अपदा अधिकारियों ने प्रभावित काउंटियों को “विशेष आपदा क्षेत्र” घोषित किया है. न्याय मंत्रालय ने कहा कि उसने जंगल की आग के कारण चेओंगसोंग काउंटी की चार जेलों से लगभग 2,600 कैदियों को दूसरे जगह ट्रांसफर किये गए.

शनिवार को तेज हवाओं और शुष्क मौसम के कारण कई इलाकों में आग लगने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई. सैकड़ों लोग अपने घरों से भागने को मजबूर हो गए. स्थानीय मीडिया ने बताया कि मंगलवार को एक महिला मृत पाई गई, पुलिस ने कहा कि उन्हें संदेह है कि मौत जंगल की आग से संबंधित थी.

कई बौद्ध मंदिर जलकर खाक हो गए हैं. जंगल की आग ने प्राचीन बौद्ध मंदिरों सहित स्थानीय स्थलों को पहले ही जला दिया है.

एंडोंग शहर शहर 14वीं से 15वीं सदी का है. इसका गांव हाहो का घर है, जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है. अधिकारी ने कहा कि आग वर्तमान में हाहो से लगभग 10 किमी (6 मील) दूर है.

25 मार्च, 2025 को दक्षिण कोरिया के एंडोंग में जंगल की आग से तबाह होते इलाके को देखता एक लोकल नागरिक.

सरकारी अधिकारियों के अनुसार, शुष्क मौसम और तेज़ हवाओं के बीच दक्षिण कोरिया के दक्षिणी क्षेत्रों में लगी आग में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और 19 अन्य घायल हो गए.

योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री और कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू ने कहा कि पांच दिनों की आग ने काफी क्षति पहुंचाई है. आपदा से निपटने वाली एजेंसियों से “सबसे खराब स्थिति को मानकर उसके अनुसार काम करने” को कहा है.

एंडोंग शहर और अन्य दक्षिण-पूर्वी शहरों और कस्बों के अधिकारियों ने मंगलवार को निवासियों को खाली करने का आदेश दिया. अग्निशमन कर्मी शुष्क हवाओं के कारण लगी कई आग को बुझाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. 17,400 हेक्टेयर (43,000 एकड़) से अधिक भूमि जल गई और 1,300 साल पुराने बौद्ध मंदिर सहित सैकड़ों संरचनाएं नष्ट हो गईं.
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