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हमास के आतंकवादियों की ओर से इजरायल पर किए गए हमले के बाद दोनों पक्षों में युद्ध छिड़ गया है। इजरायली सेना ने हमास के ठिकानों पर घातक पलटवार किया है। खास तौर से गाजा पट्टी में इजरायल का सैन्य ऑपरेशन तेज होता जा रहा है। इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) गाजा में जमीनी स्तर पर बड़े हमले की तैयारी में है। गाजा में रहने वाले करीब 10 लाख लोगों को इजरायल ने दक्षिणी इलाकों में चले जाने का आदेश दिया है। इसे लेकर रविवार को इजरायल ने 3 घंटे की डेडलाइन दी थी कि गाजा के लोग यह इलाका खाली कर दें। रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सेनाएं अब आदेश मिलने के इंतजार में हैं और फिर गाजा पट्टी पर बहुत बड़ा अटैक होने की आशंका है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भले ही गाजा को खाली कराने के कदम को जरूरी बताया हो मगर उनका यह फैसला भारी भी पड़ सकता है। अमेरिका और चीन से तो कुछ ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने फिलिस्तीन के नागरिकों और हमास लीडर्स के बीच अंतर पर रविवार को जोर दिया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करके कहा कि 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमले से ज्यादातर फिलिस्तीनियों का कोई लेना-देना नहीं है। बाइडन ने कहा, ‘हमें यह फैक्ट नहीं भूलना चाहिए कि फिलिस्तीन के अधिकर लोगों को हमास के हमलों से कुछ लेना-देना नहीं है। ज्यादातर फिलिस्तीनी आज इसके नतीजे भुगत रहे हैं।’ इससे पहले बाइडन ने इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू और फलस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की। अमेरिका ने ‘यूएसएस ड्वाइट डी आइजनहोवर कैरियर स्ट्राइक ग्रुप’ (सीएसजी) को पूर्वी भूमध्य सागर की ओर भेजना भी शुरू कर दिया है।
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संघर्ष को बढ़ावा देने वालों को बाइडन की चेतावनी
व्हाइट हाउस के मुताबिक, राष्ट्रपति बाइडन ने अब्बास के साथ बातचीत में इजरायल पर हमास के क्रूर हमलों की निंदा की। बाइडन ने नेतन्याहू के साथ बातचीत में उन्हें अमेरिकी सैन्य सहयोग के बारे में अपडेट दिया। उन्होंने संघर्ष को बढ़ावा देने की मंशा रखने वालों को भी चेताया। बयान के अनुसार, आज दोपहर राष्ट्रपति बाइडन ने इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की और अमेरिकी सैन्य समर्थन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने संघर्ष को बढ़ावा देने की कोशिश करने वालों को भी चेतावनी दी। बाइडन ने पानी, भोजन और चिकित्सा देखभाल तक निर्दोष नागरिकों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र, मिस्र, जॉर्डन, इजराल और क्षेत्र के अन्य सहयोगियों के साथ US के समन्वय पर नेतन्याहू के साथ चर्चा की।
इजरायली ऐक्शन अब सेल्फ डिफेंस के दायरे से परे: चीन
वहीं, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भी गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाई पर सवाल उठाए। उन्होंने रविवार को कहा कि इजरायली ऐक्शन अब सेल्फ डिफेंस के दायरे से परे चला गया है। टॉप चीनी ऑफिसर ने कहा कि इजरायली सरकार को गाजा के लोगों को सामूहिक तौर पर सजा देना बंद करना होगा। वांग यी का यह बयान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से फोन पर बातचीत के एक दिन बाद आया है। ब्लिंकन ने इजरायल-हमास संघर्ष को बड़े युद्ध में बदलने से रोकने में बीजिंग के सहयोग की मांग की थी। वांग यी ने कहा कि सभी पक्षों को हालात और बिगड़ने से रोकने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए। जितनी जल्दी हो सके बातचीत की मेज पर लौटने की जरूरत है।
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भोजन, पानी तक के लिए गाजा में संघर्ष
अमेरिका और चीन की ओर से गाजा पर आया बयान इजरायल के लिए गंभीर संकेत माना जा रहा है। इस बात का पूरा प्रयास हो रहा है कि हालात को और बिगड़ने से रोका जाए। गाजा में मानवीय संकट विकराल हुआ तो यूएस के लिए इजरायल का खुलकर सपोर्ट करना मुश्किल हो सकता है। बता दें कि गाजा के नागरिकों को भोजन, पानी और सुरक्षित स्थान की तलाश में संघर्ष करना पड़ रहा है। पिछले सप्ताह हमास के घातक हमले के बाद इजरायल ने पूरे गाजा क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है और उत्तरी इलाकों को खाली कर फलस्तीनियों को दक्षिण की ओर जाने का आदेश दिया है। संयुक्त राष्ट्र और सहायता समूहों ने कहा कि इतनी तेजी से पलायन, साथ ही 40 किलोमीटर लंबे तटीय क्षेत्र की इजरायल द्वारा पूरी घेराबंदी के कारण भीषण मानवीय संकट होगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि उत्तरी इलाकों के अस्पतालों में नवजात शिशु और आईसीयू में इलाजरत लोगों समेत 2,000 से अधिक मरीजों के लिए निकासी मौत की सजा के समान हो सकती है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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