गुजरात के बनासकांठा की पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट की घटना ने मध्य प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। हादसे में मरने और लापता लोगों में बड़ी संख्या मध्य प्रदेश के हरदा और देवास के लोगों की है। हादसे में 21 लोगों की जान चली गई। इसमें मध्य प्रदेश के 18 लोगों की मौत हो गई और दो लोगों का अभी पता नहीं चल सका है। इसमें हरदा के आठ और देवास के 10 मृतक शामिल हैं।
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हरदा की 50 वर्षीय लक्ष्मी और 12 वर्षीय संतोष संजय नायक गायब हैं। हालांकि हादसा स्थल पर बिना सिर के क्षत-विक्षत दो शव मिले हैं। अब दो गायब लोगों की पहचान के लिए उनका डीएनए टेस्ट किया जा जाएगा। मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री नागर सिंह चौहान ने बताया कि मध्य प्रदेश के मृतकों का पोस्टमार्टम करा कर शव उनके परिजनों के साथ घर के लिए रवाना कर दिए हैं। सरकार ने मृतकों और घायलों को मुआवजा देने का एलान किया है, जिसे उनके परिजनों ने नाकाफी बताया है। उन्होंने सरकार से 50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की है। मंत्री के साथ दोनों ही जिले के प्रशासनिक और पुलिस टीम भी बनासकांठा पहुंची थी।
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बनासकांठा पटाखा फैस्ट्री में हुए विस्फोट पर कहा कि गुजरात में विस्फोट की घटना हुई, जिसमें हमारे कई लोगों की मृत्यु हुई। साथ ही कई लोग घायल भी हो गए हैं। हमने हमारे मंत्री नागर सिंह चौहान को वहां भेजा था। उन्होंने तत्परता दिखाते हुए लगातार कार्रवाई की है। इस घटना से जुड़े हुए सभी लोगों के साथ सरकार की संवेदना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने अपनी ओर से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50 हजार की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है। हम उम्मीद करते हैं कि रोजगार परक व्यवस्था में जो व्यक्ति किसी भी राज्य में जाए वे अपनी सुरक्षा का ध्यान रखेंगे। यह बहुत दर्दनाक हादसा था।