अबोहर/चंडीगढ़5 घंटे पहले
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पंजाब के अबोहर से पूर्व विधायक अरुण नारंग ने आम आदमी पार्टी की झाड़ू थाम ली है। पूर्व विधायक नारंग को चंडीगढ़ में पंजाब सीएम भगवंत मान ने पार्टी का पटका पहनाकर सदस्यता दिलाई। अरुण नारंग भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ को बनाए जाने से नाराज चल रहे थे।
गौर हो कि पूर्व विधायक अरुण नारंग ने जिस दिन सुनील जाखड़ को भाजपा पंजाब प्रधान बनाया गया था, उसी दिन भाजपा के सभी पदों से त्याग पत्र दे दिया था। हालांकि उन्होंने तब कहा था कि वह भाजपा के कार्यकर्ता के तौर पर काम करते रहेंगे, लेकिन बाद में उन्होंने इस बात पर रोष जताते पार्टी छोड़ने का मन बना लिया था। क्योंकि भाजपा के किसी नेता ने उनसे बात तक नहीं की।

2017 के विधानसभा चुनाव में सुनील जाखड़ को दी थी शिकस्त
उनके आम आदमी पार्टी में शामिल होने की चर्चा पिछले कई दिनों से चल रही थी जो हकीकत में बदल गई। उन्होंने यह साफ कर दिया था कि वह भाजपा को अलविदा कहेंगे। वर्ष 2017 में अरुण नारंग ने भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता और अबोहर से तीन बार के विधायक सुनील जाखड़ को हरा दिया था।
पंजाब भाजपा की पहली कार्यकारिणी पर उठे हैं सवाल
गौरतलब है कि बीते दिनों पंजाब भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ ने पार्टी की पहली कार्यकारिणी की सूची जारी की थी। इस कार्यकारिणी में पुराने नेताओं को नाराज करने और कांग्रेस व शिअद से पार्टी में शामिल नेताओं को तवज्जो देने के आरोप लगे थे, लेकिन अब पूर्व विधायक अरूण नारंग का आप में शामिल होना भाजपा के लिए चिंताजनक स्थिति जरूर हैं। क्योंकि मौजूदा स्थिति के अनुसार आगामी लोकसभा चुनावों में पंजाब भाजपा सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है।
अरूण नारंग को नहीं सौंपी कोई जिम्मेदारी
पंजाब भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ ने हाल ही में उप-प्रधान, जनरल सेक्रेटरी, सेक्रेटरी, कोर ग्रुप और अन्य पदाधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी, लेकिन इस सूची में कहीं भी पूर्व भाजपा विधायक अरूण नारंग का नाम शामिल नहीं था। यही कारण है कि उनके पार्टी छोड़ने पर पंजाब भाजपा की पहली कार्यकारिणी दोबारा चर्चाओं में है।