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भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए 195 उम्मीदवारों वाली पहली लिस्ट में अब्दुल सलाम का भी नाम शामिल किया है। वह इस सूची में भाजपा के इकलौते उम्मीदवार हैं, जो केरल की मल्लपुरम सीट से उतरे हैं। उनका कहना है कि वह पीएम नरेंद्र मोदी के कामकाज से प्रभावित हैं और उन्होंने मुसलमनों और ईसाइयों की जिंदगी में बदलाव के लिए बहुत काम किया है। अब्दुल सलाम का कहना है कि पीएम मोदी की टॉर्च से मुस्लिमों के बीच पसरे अंधेरे को खत्म करूंगा। मैं उन्हें बताऊंगा कि आप अंधेरे में रह रहे हैं, जो वास्तव में नहीं हैं। लेकिन उसे आपके चारों तरफ बनाया गया है।
अब्दुल सलाम ने न्यूज18 से बातचीत में कहा, ‘मुसलमानों का बहुत सख्त मजहबी नेटवर्क है और उन्हें पूरी दिशा मदरसों से ही मिलती है। वे अलग ही दौर में जी रहे हैं। मेरा उद्देश्य है कि इन लोगों के बीच एक मजबूत लैंप के साथ जाऊं। उनके दिल और दिमाग में पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से किए गए विकास की रोशनी भर दूं।’ अब्दुल सलाम ने 2021 में केरल विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था। यह सीट भी मल्लपुरम लोकसभा क्षेत्र के तहत ही आती है, जहां वह तीसरे नंबर पर थे। भले ही वह जीत हासिल नहीं कर पाए थे, लेकिन उनकी ओर से उठाए मुद्दों की काफी चर्चा हुई थी।
कालिकट यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर रहे अब्दुल सलाम भाजपा के सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे उम्मीदवारों में से एक हैं। वह केरल एग्रिकल्चरल यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रहे हैं। दरअसल अब्दुल सलाम का चुनाव में उतरना इसलिए भी अहम है क्योंकि मल्लपुरम का एक खूनी राजनीतिक इतिहास रहा है। यहां कट्टरपंथी संगठन पीएफआई सक्रिय है। उसके लोगों की संघ कार्यकर्ताओं के साथ झड़पें होती रही हैं। ऐसे में अब्दुल सलाम को मौका देकर भाजपा ने मु्स्लिमों के बीच से ही एक चेहरा उतार दिया है। अब इससे राजनीतिक कहानी क्या मोड़ लेती है, यह देखने वाली बात होगी।
खुद के जीतने की संभावनाओं पर अब्दुल सलाम ने कहा कि हर तरफ मोदी का ही जादू है। सभी जगह वही चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं तो मतदाताओं से भी यही जाकर कहूंगा कि आपका वोट पीएम मोदी को ही मिलना है। हम सभी लोग तो उनके प्रतिनिधि हैं। ऐसे में यदि आप पीएम मोदी से प्यार करते हैं तो उन्हें वोट दें।