8 year old girl’s body bitten and raped | बहलाकर झाड़ियों में ले गया, शराब पिलाने की कोशिश की; बच्ची अब बाहर निकलने से घबराती है

कानपुरएक घंटा पहलेलेखक: रक्षा सिंह

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आठ साल की एक बच्ची जो अपने घर के बाहर खेल रही थी। दोपहर करीब 12 बजे का वक्त था। बच्ची के पिता काम पर गए थे, मां घर में काम कर रही थीं। छोटा भाई उसी के साथ खेल रहा था। तभी एक 50 साल का आदमी वहां आया। वो पास में ही रहता था इसलिए बच्ची उसे पहले से जानती थी। उस आदमी ने बच्ची को दुकान पर सामान दिलाने का लालच दिया तो वो उसके साथ चली गई।

वो आदमी बच्ची को लेकर घर से करीब 500 मीटर दूर एक झाड़ियों वाले सुनसान इलाके में ले गया। बच्ची को जमीन पर पटका, उसको शराब पिलाने की कोशिश की। बच्ची चिल्लाई तो उसका मुंह दबा दिया। उसके शरीर पर दांत से काटा फिर उसका रेप किया। उसके बाद बच्ची को धमकाकर उसके घर के पास छोड़ दिया।

बच्ची लड़खड़ाती हुई मां के पास पहुंची और उन्हें पूरी बात बताई। वो अब ना रात में सो पाती है ना ही घर के बाहर निकलना चाहती है। शरीर पर पड़े निशान उसे वो घटना भूलने नहीं देते।

क्या है उस बच्ची की पूरी कहानी? इस छोटी से उम्र में वो किस असहनीय दर्द से गुजर रही है? यह सब जानने के लिए हम बच्ची के घर पहुंचे। चलिए उसकी कहानी को पन्ने दर पन्ने जानते हैं…

5 साल की बच्ची घर के सामने खेल रही थी वहां से गायब हो गई

बच्ची के घरवालों ने बताया कि वो भाई के साथ खेल रही थी। दो घंटे तक वापस नहीं आई तो उन्होंने खोजबीन शुरू की।

बच्ची के घरवालों ने बताया कि वो भाई के साथ खेल रही थी। दो घंटे तक वापस नहीं आई तो उन्होंने खोजबीन शुरू की।

18 सितम्बर। दोपहर के करीब 12 बजे होंगे। 8 साल की बच्ची अपनी मां के पास बैठी बातें कर रही थी। साथ ही कुछ छोटे-छोटे काम में उनकी मदद भी कर रही थी। घर में बस वो बच्ची, उसकी मां और छोटा भाई ही थे। मां घर के कुछ काम निपटाकर खाना बनाने लगी। बच्ची ने खाना खाया फिर बाहर खेलने की जिद की।

मां ने उसे छोटे भाई के साथ घर के बाहर खेलने भेज दिया। बच्ची हर दिन वहीं खेलती थी। वो जगह घर से सिर्फ 200 मीटर दूर थी और वहां कोई डर भी नहीं था। सब लोग भी एक-दूसरे को जानते थे। बच्ची वहां अपने छोटे भाई और मोहल्ले के बच्चों के साथ खेलने लगी। मां ने घर के सारे काम निपटाए। अब बस दोनों बच्चों के घर वापस आने का इंतजार था।

करीब 2 घंटे बीत गए। बच्चे वापस नहीं लौटे तो मां उन्हें देखने बाहर गई। लड़की का भाई कुछ दोस्तों के साथ वहीं खेल रहा था। लेकिन बच्ची वहां नहीं थी। मां ने इधर-उधर देखा लेकिन बच्ची कहीं नजर नहीं आई।

बच्ची के छोटे भाई ने बताया कि मामा उसको कहीं ले गए हैं
जब बच्ची नहीं दिखी तो मां ने हर जगह ढूंढना शुरू किया। आस-पास के लोग भी इकट्ठा हुए। बच्ची के लिए खोजबीन शुरू हुई। सब जगह ढूंढा गया। सड़क, दुकान, पड़ोसियों के घर हर जगह खोजा जाने लगा लेकिन बच्ची किसी को नजर नहीं आई। वक्त बीतने के साथ मां की चिंता और बढ़ रही थी। उसी वक्त लड़की के छोटे भाई ने बताया कि मामा (घर के पड़ोस में रहने वाला लाखन जिसे बच्चे मामा कहते थे) दीदी को कहीं ले गए हैं। उसके भाई ने बताया कि मामा हाथ पकड़कर दीदी को बाहर सड़क की तरफ ले गए। घरवाले सड़क की तरफ भागे तो बच्ची सामने से आ रही थी।

बच्ची की बात सुनते ही मां और आस-पास के लोग सड़क की तरफ भागे। वो कुछ दूर ही गए कि देखा बच्ची रोते हुए सामने से आ रही है। बच्ची के कपड़ों पर खून लगा था। मां उसको देखकर घबरा गई। उन्होंने बच्ची से पूछा, “क्या हुआ था?” बच्ची मां से लिपटकर रोने लगी। मां ने बच्ची को संभाला और कहा, बताओ तो सही क्या हुआ? बच्ची कुछ बोल नहीं पा रही थी। वो लगातार रोती जा रही थी।

बच्ची के सीने पर दांत के निशान, शरीर मल से सना था

यह वही वजह है जहां आरोपी बच्ची को खींचकर ले गया। उसको शराब पिलाने की कोशिश की उसका रेप किया।

यह वही वजह है जहां आरोपी बच्ची को खींचकर ले गया। उसको शराब पिलाने की कोशिश की उसका रेप किया।

बच्ची को असहनीय दर्द हो रहा था। वो बार-बार बेहोश हो रही थी। मां ने उसको पानी पिलाया। थोड़ा शांत किया। कुछ देर बाद बच्ची ने बताया कि पड़ोस में रहने वाले मामा उसके पास आए थे। उन्होंने कहा कि पास की दुकान से चिप्स और चॉकलेट दिलाएंगे। उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा तो मैं उनके साथ चली गई।

बच्ची ने बताया कि मामा सबसे पहले उसको शराब की दुकान पर ले गए। वहां से शराब की बोतल ली। उसके बाद बच्ची ने घर जाने की जिद की तो आरोपी ने उसका हाथ पकड़ा और घसीटकर उसे पास के सुनसान इलाके में ले गया। पूरे इलाके में झाड़ियां थीं और पीछे कपड़े की मिल थी। उस जगह लोगों का आना-जाना भी कम था।

वो चिल्लाई तो उसका मुंह दबा दिया। उसको जमीन पर पटका। बच्ची ने बताया कि मामा ने शराब पी और मुझे भी पिलाने की कोशिश की। शराब पीने के बाद आरोपी ने बच्ची के सीने पर कई बार दांत से काटा। उसका रेप किया। इसके बाद उसे घर के पास छोड़कर चला गया। बच्ची की मामी बताती हैं कि जब बच्ची घर वापस आई तो उसका शरीर मल से सना हुआ था। कपड़ों पर खून और मिट्टी लगी थी।

आरोपी को मोहल्ले वालों ने मिलकर पीटा

परिवारवाले बच्ची के साथ पास के पुलिस थाने पहुंचे और आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कराई।

परिवारवाले बच्ची के साथ पास के पुलिस थाने पहुंचे और आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कराई।

जब घरवालों को पूरी बात पता चली तो सब भागकर आरोपी के घर गए। वो शराब के नशे में अपने घर पर पड़ा हुआ था। मोहल्ले वालों ने मिलकर आरोपी को पीटा। इसके बाद पुलिस को फोन कर पूरी बात बताई गई। आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया। पिटाई के बाद आरोपी की हालत नाजुक होने पर फिलहाल पुलिस ने उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।

आरोपी बोला- मेरी तीन दिन से इच्छा थी, आज पूरी हुई
बच्ची की मां को भरोसा नहीं हो रहा था कि घर के बगल में रहने वाला आदमी उनकी बेटी के साथ ऐसा कर सकता है। उसने माथा पीट लिया। वो कहती हैं कि आरोपी मेरे पति के साथ एक ही मिल में काम करता है। हमें इस मोहल्ले में आए करीब दो महीने हुए हैं। वो हमसे अच्छे से बात करता था। मेरे बच्चे उसे मामा बुलाते थे।

मां बताती हैं कि बड़ी मुश्किलों से हमने अपनी बच्ची को संभाला है। जब से उसके साथ यह हादसा हुआ है वो एक रात भी ठीक से नहीं सोई। अकेले बाथरूम जाने से डरती है। हमें केस की वजह से बाहर जाना होता तो वो घर से निकलने से भी घबराती है। बच्ची ने अपनी मां को बताया कि उसके साथ बदसलूकी करने के बाद आरोपी ने उससे कहा कि मैं तीन दिन से इसका इंतजार कर रहा था। तभी से मेरी इच्छा थी ऐसा करने की, आज पूरी हुई।

फिलहाल,
आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। बच्ची का परिवार चाहता है कि जैसे उसने उनकी बच्ची को तड़पाया, वैसे ही उसे भी तड़पाया जाए और कड़ी से कड़ी सजा दी जाए जिससे उनकी बच्ची को इंसाफ मिल पाए।

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  • बेटे की हत्या हो सकती है ट्रिपल मर्डर की वजह

14 सितंबर..शाम करीब 6 बजे। कौशांबी के 62 साल के होरीलाल अपने घर पर बैठे थे। पत्नी ने कहा, ‘बेटी-दामाद के पास चले जाइए। बेटी 6 महीने की गर्भवती है।’ होरीलाल ने पत्नी की बात मानी और घर से करीब 2 किलोमीटर दूर बेटी के पास चले आए। बेटी ने खाना बनाया। होरीलाल और दामाद ने साथ बैठकर खाया और फिर सभी सो गए। सुबह 5 बजे सबको उठना था, लेकिन कोई नहीं उठा। खाट के नीचे खून ही खून था। कुत्ते खून चाट रहे थे।

असल में तीनों की मौत हो चुकी थी। गोलियां शरीर को छलनी कर गई थीं। आसपास जो लोग थे, वे घरों में ताला लगाकर फरार हो चुके थे। पुलिस तक सूचना पहुंची, उसके पहले ही दूसरे गांव के लोग इकट्ठा हुए और फरार हो चुके लोगों के घरों को फूंक दिया। अगले एक घंटे में जितना उपद्रव किया जा सकता था…वह किया गया। पुलिस पहुंची। फिर अधिकारी। हालात कंट्रोल से बाहर थे, इसलिए PAC बुलाकर इलाके को छावनी में बदल दिया गया। पढ़ें पूरी खबर…

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