US Jewish lawmakers ramp up criticism of Israel war on Hamas in Gaza why did they now take U-turn against Netanyahu – International news in Hindi

[ad_1]

ऐप पर पढ़ें

पिछले डेढ़ महीने से इजरायल-हमास के बीच जंग जारी है। इस बीच, कई देशों समेत जेरुशलम में भी इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। कहीं गाजा पर इजरायली हमलों के खिलाफ नेतन्याहू के खिलाफ मोर्चा खुला है तो कहीं हमास के कब्जे से बंधकों की रिहाई नहीं करा पाने का गुस्सा फूटा है। इन्हीं सब प्रकरणों के बीच अमेरिकी संसद में यहूदी सांसदों ने भी नेतन्याहू के खिलाफ आवाज बुलंद की है।

अमेरिकी यहूदी सांसद सेन. जॉन ओस्सोफ़, जो डेमोक्रेटिक पार्टी के भीतर इजरायल पर सर्वसम्मति बनाने की मांग करने वाली आवाज़ रहे हैं और जिन्होंने 2021 में कांग्रेस में प्रवेश करने के बाद से यहूदी राज्य की अत्यधिक आलोचना करने से सावधानीपूर्वक परहेज किया है, ने गाजा में हमास के खिलाफ चल रहे इजरायली सैन्य अभियान की तीखी आलोचना की है। जॉन ओस्सोफ़ ने गाजा पट्टी में सीजफायर का आह्वान किया है।

इसके साथ ही गाजा पट्टी में भीषण बमाबारी और गोलीबारी बंद करने के लिए इजरायल से आह्वान करने वाले वह पहले यहूदी सांसद बन गए हैं। एक और यहूदी सांसद ने इजरायल-हमास युद्ध में फिलीस्तीनियों की बड़े पैमाने पर हो रही मौतों को “अस्वीकार्य” कहा, जबकि तीसरे सांसद ने गाजा की त्रासदी को नैतिक विफलता की एक बड़ी समस्या करार दिया है।

जॉन ओस्सोफ़ अब तक वेस्ट बैंक में कुछ इज़राइली नीतियों के ही आलोचक रहे थे लेकिन हाल के वर्षों में उन्होंने उस आलोचना को कम कर दिया था और कई प्रमुख इज़रायली सांसदों के साथ संबंध बनाने के लिए काम करते हुए दो-राज्य समाधान के महत्व के बारे में बात करने पर बहुत फोकस किया था। उन्होंने जेरूसलम में अमेरिकी सुरक्षा समन्वयक के लिए फंडिंग बढ़ाने और फिलिस्तीनी-अमेरिकी पत्रकार शिरीन अबू अकलेह की हत्या की स्वतंत्र जांच को प्रोत्साहित करने जैसे बड़े पैमाने पर सर्वसम्मति बनाने की पहल का नेतृत्व भी किया है लेकिन अब वह इजरायल पर आक्रामक हो गए हैं।

ओस्सोफ़ द्वारा की गई हालिया आलोचना अतीत की तुलना में कहीं ज्यादा धारदार है और यह सवाल उठाती है कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के नेतृत्व वाली डेमोक्रेटिक पार्टी के भीतर उनकी ही रणनीति के खिलाफ एक नई प्रवृत्ति की शुरुआत तो नहीं है। बता दें कि बाइडेन ने गाजा में इजरायल के सैन्य अभियान का समर्थन किया है लेकिन नागरिकों की यथासंभव रक्षा करने का भी आह्वान किया है।

अब जैसे-जैसे इजरायल-हमास युद्ध गहराता जा रहा है और लड़ाई दक्षिण गाजा की ओर बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे फ़िलिस्तीन में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है और पूरे गाजा पट्टी में मानवीय संकट गहरा गया है। अमेरिकी यहूदी प्रतिनिधियों ने इस पर गहरा असंतोष जाहिर किया है और इजरायल के खिलाफ सख्त रुख दिखाया है। इनमें ओस्सोफ़ के अलावा वर्मोंट की बेक्का बैलिंट और मिनेसोटा के डीन फिलिप्स भी शामिल हैं। 

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *