Interview | एक्टिंग ही नहीं, फिल्मों के हर पहलू से लगाव: अलीजेह अग्निहोत्री खान

[ad_1]

फोटो सोर्स- इंस्टाग्राम

Loading

  • फिल्म ‘फर्रे’ से बॉलीवुड डेब्यू करेंगी सलमान खान की भांजी

आकाश जायसवाल@नवभारत
मुंबई: बॉलीवुड के भाईजान सलमान खान की भांजी और अतुल अग्निहोत्री व अलविरा अग्निहोत्री खान की बेटी अलीजेह अग्निहोत्री खान (Alizeh Agnihotri Khan) निर्देशक सौमेंद्र पाधी की फिल्म ‘फर्रे’ से बॉलीवुड में डेब्यू (Debut) कर रही हैं। सलमान खान प्रोडक्शन्स द्वारा निर्मित इस फिल्म कहानी है कॉलेज के 4 दोस्तों की जो जीवन में आगे बढ़ने के लिए गलत रास्ता अपना लेते हैं। बात करें अलीजेह अग्निहोत्री खान की तो मुंबई में स्कूली शिक्षा ग्रहण करने के बाद उन्होंने लंदन के सोअस यूनिवर्सिटी से बीए की डिग्री ली जिसके बाद मुंबई आकर अपना फिल्मी करियर संवारने में जुट गई। फिल्मों में असिस्ट और एक्टिंग वर्कशॉप्स अटेंड करने के बाद अब वो बतौर अभिनेत्री अपनी शुरुआत करने जा रही हैं। फिल्म की रिलीज से पहले अलीजेह ने नवभारत से एक्सक्लूसिव  बातचीत की जहां उन्होंने अपनी डेब्यू फिल्म और अपने परिवार (Family) को लेकर बातें बताई। पेश है इस बातचीत (Interview) के कुछ अंश…

आप शुरू से ही एक एक्टर बनना चाहती थी?
मैंने एक्टर बनने का फैसला काफी बाद में लिया था। जब मैं सेट पर जाती थी तो मैंने देखा कि किस तरह से काम होता है और मैंने वर्कशॉप भी अटेंड किये। जब मेरा विश्वास उस दिशा में गहरा होता गया तब मैंने निर्णय लिया कि मैं एक्टर बनूंगी। मैं शुरू से इस बात को लेकर स्पष्ट थी कि मैं किसी न किसी तरह से फिल्मों में काम करूंगी। मुझे निर्देशन और फोटोग्राफी का शौक था और अब मैं एडिटिंग भी सीख रही हूं। मुझे फिल्मों की दुनिया पसंद है और वो मेरे लिए केवल एक्टिंग तक सीमित नहीं है क्योंकि मेरे नाना (सलीम खान) लिखते हैं, घर में कोई प्रोड्यूसर, डायरेक्टर या एक्टर है। तो मैं फिल्म के हर पहलू से प्रभावित हूं। बजाये ये कहने के कि मैं एक एक्टर हूं, मैं ये कहना पसंद करती हूं कि मैं फिल्मों में काम करती हूं। 

यह भी पढ़ें

नेपोटिज्म और स्टारकिड का टैग, हर चीजें कही जाएंगी, इसके लिए कितनी तैयार हैं?
मैं इतना जानती हूं कि मैं अपने सामने आनेवाले हर सवाल का जवाब शालीनता से दूंगी। इंडस्ट्री में जब हम काम करेंगे तो हर तरह की चर्चा की जाएगी। मेरा लक्ष्य यही होगा कि मैं यहां रहकर अपनी मेहनत से अपने नेटवर्क कैसे बढ़ाऊं क्योंकि ये आपकी काफी मदद करते हैं। स्टारकिड होने का ये फायदा जरूर है कि आपकी नेटवर्किंग आसानी से हो जाती है और शायद करियर की शुरुआत में आपको थोड़ा सपोर्ट मिल जाए। लेकिन उसके बाद आपके करियर के साथ क्या होगा वो आप पर निर्भर करता है। किसी एक या दो फिल्म के लिए कोई आपका हाथ पकड़ सकता है लेकिन आगे का रास्ता तो खुद तय करना है। ऑडियंस का आपको स्वीकार करना जरुरी है क्योंकि अंतिम निर्णय वे लेंगे। 

ट्रेलर में आपके कॉन्फिडेंस को लोगों ने पसंद किया, क्या ये आपको विरासत में मिला है?
हम सभी बेहद स्ट्रांग माइंडेड लोग हैं और घर पर हर व्यक्ति अपनी आवाज रखता है। घर में हमेशा से ये माहोल रहा है कि जो मन में है वो कहो और खुलकर बात करो और मन में कुछ भी दबाकर मत रखो। मेरे पेरेंट्स मेरे दोस्त जैसे हैं और मैं उनसे हर बात कर सकती हूं फिर चाहे वो उसे स्वीकार करें या नहीं। इसके चलते मैं कभी अपनी बात रखने और अपने बारे में सच बोलने से घबराई नहीं। इसके लिए मैं हमेशा उनकी आभार रहूंगी। 

क्या आपके मन में ऑडियंस की स्वीकृति को लेकर डर है कि दर्शक आपको पसंद करेंगे या नहीं?
हां, मेरे मन में एक घबराहट तो है। फिल्म के प्रमोशन से पहले मुझे काफी अच्छा महसूस हो रहा था लेकिन अब जैसे रिलीज की डेट करीब आ रही है और हम इसे प्रमोट कर रहे हैं तब लग रहा है कि पता नहीं लोगों को ये फिल्म पसंद आएगी या नहीं। हमने बहुत मेहनत की है इस फिल्म पर तो हम चाहते हैं कि ये ऑडियंस के मन को भाए। जिन लोगों ने ये फिल्म देखी है उन्हें तो ये पसंद आई है और इसलिए मैं सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ रही हूं। 



[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *