क्या कोरोना दुनियाभर में फिर से फैल रहा है, क्या इससे घबराने की जरूरत है? 

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Small Peak in COVID-19 Cases in South East Asia: क्या कोविड-19 एशिया में वापसी कर रहा है? दक्षिण-पूर्व एशिया के कुछ हिस्सों में कोविड के मामले फिर से बढ़ रहे हैं. हांगकांग और सिंगापुर में कोविड के मामलों में अचानक वृद्धि दर्ज की गई है. चीन और थाईलैंड में भी मामलों में उछाल देखा जा रहा है. ब्लूमबर्ग ने एक रिपोर्ट में कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि यह एशिया के कई क्षेत्रों में फैल रही एक नई लहर का हिस्सा है. यह ध्यान रखना चाहिए कि कोविड-19 के मामलों में छोटी-छोटी वृद्धि कोई हैरत की बात नहीं है. कोविड-19 वायरस लोकल हो गया है. यानी यह अब पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी नहीं रह गया है. सभी वायरस एक सीमा के बाद लोकल हो जाते हैं और आबादी में कोई न कोई बीमारी पैदा करते रहते हैं. समस्या तब पैदा होती है जब वायरस के कारण होने वाली बीमारी की गंभीरता बढ़ जाती है या मामलों की संख्या में अप्रत्याशित और अचानक वृद्धि होती है. 

किन देशों में अधिक मामले सामने आ रहे हैं, संख्या क्यों बढ़ रही है, अधिकारी क्या कह रहे हैं और क्या चिंता का कोई कारण है. यहां हम इन सबकी पड़ताल करेंगे…

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कैसे हैं हांगकांग के हालात
हांगकांग में स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोविड मामलों में बढ़ोतरी की सूचना दी है. जो एक नई लहर की शुरुआत का संकेत है. स्वास्थ्य सुरक्षा केंद्र के आंकड़ों के अनुसार संक्रमण दर मार्च के मध्य में 1.7 प्रतिशत से बढ़कर 11.4 प्रतिशत हो गई है. जो अब अगस्त 2024 में देखे जाने वाले शिखर से भी अधिक है. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार पिछले चार सप्ताह में 81 गंभीर मामलों में 30 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. शहर के स्वास्थ्य संरक्षण केंद्र में कम्युनिकेटिव रोग शाखा का नेतृत्व करने वाले अल्बर्ट औ ने बताया कि हांगकांग में कोविड गतिविधियां मौजूदा समय में काफी अधिक हैं.

कोविड नमूनों के पॉजिटिव टेस्ट के प्रतिशत अब एक साल में अपने उच्चतम स्तर पर है. केंद्र की जांच में पाया गया कि 83 प्रतिशत गंभीर मामले 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों में थे. उनमें से 90 प्रतिशत से अधिक लोगों को पहले से ही स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थीं. हालांकि यह वर्तमान वृद्धि अभी तक पिछले दो सालों में देखे गए उच्च स्तर तक नहीं पहुंची है. लेकिन अन्य संकेत, जैसे कि सीवेज में वायरल लोड में वृद्धि, अधिक चिकित्सा परामर्श और अस्पताल में भर्ती होना यह संकेत देते हैं कि वायरस 70 लाख से अधिक की आबादी वाले शहर में फैल रहा है. 

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क्या हो रहा है सिंगापुर में
एक अन्य प्रमुख वित्तीय केंद्र सिंगापुर में भी कोविड मामलों में तेजी देखी जा रही है. जब तीन मई को समाप्त सप्ताह में उससे पिछले सप्ताह की तुलना में मामलों में 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 14,200 हो गया. तब स्वास्थ्य मंत्रालय ने लगभग एक साल में संक्रमण पर अपना पहला अपडेट जारी किया. रोज अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में भी लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय और संचारी रोग एजेंसी ने कहा है कि वे बढ़ते मामलों पर कड़ी नजर रख रहे हैं. सिंगापुर अब केवल तभी मामलों की संख्या पर अपडेट जारी करता है जब मामलों में स्पष्ट वृद्धि होती है. मंत्रालय का मानना ​​है कि मामलों में वृद्धि संभवतः वायरस की गंभीरता या प्रसार में किसी बदलाव के कारण नहीं बल्कि कमजोर होती इम्युनिटी के कारण है. सिंगापुर में इस समय मुख्य वेरिएंट LF.7 और NB.1.8 हैं, दोनों ही JN.1 स्ट्रेन से जुड़े हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार दोनों मिलकर सभी मामलों के दो-तिहाई से अधिक के लिए जिम्मेदार हैं.

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अन्य किन एशियाई देशों में तेजी
हाल के महीनों में पूरे एशिया में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं. समय-समय पर लोकल वायरस की नई लहरें सामने आ रही हैं. क्षेत्र के दो प्रमुख शहरों में मामलों में उछाल इसका हिस्सा लग रहा है. कई देशों में स्वास्थ्य अधिकारी लोगों से विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले लोगों से अपने टीकाकरण को अपडेट रखने का आग्रह कर रहे हैं. साथ ही बूस्टर डोज लेने पर विचार करने का आग्रह कर रहे हैं. चीन में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं. चीनी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के आंकड़ों के अनुसार जल्द ही ये पिछले साल की गर्मी की लहर के स्तर तक पहुंच सकते हैं. मार्च के अंत और मई की शुरुआत के बीच देश भर के अस्पतालों में इलाज कराने वाले रोगियों में कोविड टेस्ट की पॉजिटिव दर दोगुनी से अधिक हो गई. थाईलैंड में भी मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है. रोग नियंत्रण विभाग ने कहा कि देश में इस साल दो क्लस्टर प्रकोप देखे गए हैं. अप्रैल में सोंगक्रान त्योहार के बाद संक्रमण में वृद्धि हुई, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं.

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क्या चिंतित होने की जरूरत है
चैनल न्यूज एशिया की एक रिपोर्ट में डॉक्टरों का हवाला देते हुए बताया गया है कि मामलों में बढ़ोतरी के पीछे इम्युनिटी में गिरावट एक प्रमुख कारण हो सकती है, खासकर सिंगापुर में. बूस्टर डोज के लिए कम लोग आगे आ रहे हैं. इससे अधिक लोग संक्रमण के प्रति संवेदनशील हो सकते हैं. डॉ. लिम किम शो ने बताया कि उनके क्लिनिक में आने वाले अधिकांश कोविड रोगियों को पिछले एक से दो सालों में कोई टीका नहीं लगा है. सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि हालांकि लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो रही है, लेकिन इस बात का कोई संकेत नहीं है कि मौजूदा वेरिएंट तेजी से फैल रहे हैं या महामारी के दौरान पहले देखे गए वेरिएंट की तुलना में अधिक गंभीर बीमारी पैदा कर रहे हैं.

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आम फ्लू के प्रकोप की तरह
तो क्या आपको चिंतित होना चाहिए? फिलहाल तो ऐसा नहीं लगता. सिंगापुर में डॉक्टर मौजूदा लहर को आम फ्लू के प्रकोप की तरह ही मान रहे हैं. सीएनए की एक रिपोर्ट के अनुसार ज्यादातर लोग जल्दी और बिना किसी मुश्किल के ठीक हो रहे हैं. फिर भी उच्च जोखिम वाले लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. सिंगापुर के स्वास्थ्य अधिकारियों ने सिफारिश की है कि कमजोर व्यक्तियों को अपने अंतिम टीके के लगभग एक साल बाद एक अतिरिक्त टीका लगवाना चाहिए. अन्य सरल कदम जैसे नियमित रूप से हाथ धोना, अस्वस्थ महसूस होने पर यात्रा से बचना और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनना भी अधिक जोखिम वाले लोगों के लिए सुझाए गए हैं. विशेष रूप से उन जगहों पर जहां मामलों में वृद्धि देखी जा रही है

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