US White House Media Policy Update; Reuters Bloomberg AP News | Donald Trump | ट्रम्प को सीधे कवर नहीं कर पाएंगी बड़ी न्यूज एजेंसियां: व्हाइट हाउस ने रॉयटर्स, ब्लूमबर्ग और AP को प्रेस पूल से बाहर किया

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वॉशिंगटन डीसी20 मिनट पहले

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प्रेस पूल में चुनिंदा पत्रकार और फोटोग्राफर शामिल होते हैं। तस्वीर 11 फरवरी 2025 की है। ट्रम्प गल्फ ऑफ अमेरिका मामले पर बोल रहे हैं।

अमेरिका में ट्रम्प प्रशासन ने व्हाइट हाउस प्रेस पूल से रॉयटर्स, ब्लूमबर्ग और AP न्यूज एजेंसी को बाहर करने का फैसला किया है। व्हाइट हाउस ने 15 अप्रैल को कहा कि इन न्यूज एजेंसी को प्रेस पूल में अब स्थायी जगह नहीं मिलेगी।

प्रेस पूल एक छोटा सा ग्रुप होता है, जिसमें करीब 10 मीडिया संस्थान होते हैं। प्रेस पूल अमेरिकी राष्ट्रपति की हर गतिविधि को कवर करते हैं। चाहे वह ओवल ऑफिस में बैठक हो, एयर फोर्स वन में सवाल-जवाब हों, या देश-विदेश की यात्राएं हों।

व्हाइट हाउस ने 111 साल पुरानी परंपरा बदली

प्रेस पूल में कौन से मीडिया हाउस होंगे यह तय करने की जिम्मेदारी व्हाइट हाउस करेस्पोंडेंस एसोसिएशन (WHCA) के पास थी। यह पत्रकारों का एक स्वतंत्र संगठन है। इसकी स्थापना साल 1914 में हुई थी। बाकी मीडिया संस्थान जो वॉशिंगटन से सीधे जुड़े नहीं हैं, वे वे अप-टू-डेट रिपोर्टिंग, वीडियो और ऑडियो के लिए इन्हीं न्यूज एजेंसियों पर निर्भर हैं।

व्हाइट हाउस ने एक सदी से ज्यादा समय से चली आ रही ट्रेडिशन को बदल दिया है। अब व्हाइट हाउस ही यह तय करेगा कि राष्ट्रपति के करीब कौन सा मीडिया हाउस पहुंच सकता है और कौन नहीं।

रोजाना प्रेस पूल मेंबर्स को चुनेगा व्हाइट हाउस

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि अब उनकी टीम ही रोजाना प्रेस पूल के मेंबर्स को चुनेंगी। इसका मकसद राष्ट्रपति ट्रम्प का संदेश सही दर्शकों तक पहुंचाना और हर मुद्दे के लिए एक्सपर्ट पत्रकारों को रखना है। प्रेस सचिव लेविट ने दावा किया कि इससे प्रेस पूल में ज्यादा वैराइटी आएगी।

हालांकि व्हाइट हाउस के इस फैसले को प्रेस की आजादी पर हमला माना जा रहा है। फैसले के विरोधियों का कहना है कि यह कदम स्वतंत्र पत्रकारिता को कमजोर करता है। रॉयटर्स की प्रवक्ता ने कहा, “हमारी खबरें हर दिन अरबों लोगों तक पहुंचती हैं। सरकार का यह कदम जनता के उस अधिकार को खतरे में डालता है, जिसमें उसे स्वतंत्र और सटीक जानकारी मिलनी चाहिए।”

गल्फ ऑफ अमेरिका को लेकर हुआ था विवाद

व्हाइट हाउस और प्रेस के बीच सबसे पहले विवाद फरवरी 2025 में शुरू हुआ था, जब व्हाइट हाउस ने न्यूज एजेंसी AP को प्रेस पूल से बाहर कर दिया था। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि इस मीडिया हाउस ने मेक्सिको की खाड़ी को ‘गल्फ ऑफ अमेरिका’ कहने से इनकार कर दिया था।

प्रेस पूल से बाहर किए जाने के बाद AP ने ट्रम्प सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया। पिछले सप्ताह इस मामले में फेडरल जज ने न्यूज एजेंसी के पक्ष में फैसला सुनाया है। जज ने कहा कि ट्रम्प प्रशासन ने न्यूज एजेंसी के खिलाफ बदले की कार्रवाई की। यह अमेरिकी संविधान में प्रेस की आजादी का उल्लंघन है। इसके बाद जज ने AP को ओवल ऑफिस और एयर फोर्स वन में होने वाले प्रेस आयोजनों में दोबारा शामिल करने का आदेश दिया।

गल्फ ऑफ मैक्सिको को अक्सर अमेरिका का ‘तीसरा तट’ कहा जाता है, क्योंकि यह अमेरिका के 5 राज्यों से सटी हुई है। ट्रम्प ने दोबारा शपथ लेने के बाद इसका नाम बदलकर गल्फ ऑफ मेक्सिको कर दिया है।

गल्फ ऑफ मैक्सिको को अक्सर अमेरिका का ‘तीसरा तट’ कहा जाता है, क्योंकि यह अमेरिका के 5 राज्यों से सटी हुई है। ट्रम्प ने दोबारा शपथ लेने के बाद इसका नाम बदलकर गल्फ ऑफ मेक्सिको कर दिया है।

व्हाइट हाउस ने न्यूज एजेंसी AP के साथ-साथ रॉयटर्स और ब्लूमबर्ग को भी प्रेस पूल से बाहर कर दिया है। इसका मतलब यह नहीं है कि वे राष्ट्रपति ट्रम्प को कवर नहीं कर पाएंगे। अब ये न्यूज एजेंसियां 30 दूसरे प्रिंट मीडिया आउटलेट्स के साथ रोटेशन में शामिल होंगे। रोटेशन में होने की वजह से इनकी राष्ट्रपति की गतिविधियों तक सीधी पहुंच कम हो जाएगी।

न्यूज एजेंसी AP की प्रवक्ता लॉरेन ईस्टन ने इसे अमेरिकी जनता के लिए ‘गंभीर नुकसान’ बताया है। रॉयटर्स ने कहा कि वे स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए काम करते रहेंगे।

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