हीरोइनों के रोल-उम्र पर काजोल का जवाब, बोलीं- अब फिगर का मेजरमेंट नहीं होता

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News18 Rising Bharat Summit 2025: काजोल ने न्यूज18 राइजिंग भारत समिट 2025 में अपने करियर, फैमिली और बॉलीवुड पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि वह शुरुआत में फिल्मों में नहीं आना चाहती थीं.

'उम्र और फिगर का नाप-तोल...', हीरोइनों के रोल पर काजोल की दो-टूक

‘उम्र और फिगर का नाप-तोल…’, हीरोइनों के रोल पर काजोल का दो-टूक जवाब, ‘बेखुदी’ से सैफ की छुट्टी पर भी बोलीं खुलकर!”

हाइलाइट्स

  • काजोल ने ‘बेखुदी’ से सैफ के बाहर होने पर बात की.
  • काजोल ने बदलते सिनेमा और ओटीटी की सराहना की.
  • काजोल ने फिल्म इंडस्ट्री में फेक ऑनेस्टी को ओवररेटेड बताया.

न्यूज18 राइजिंग भारत समिट 2025 में बॉलीवुड एक्ट्रेस काजोल भी नजर आईं. जहां उन्होंने अपने करियर, फैमिली और बॉलीवुड को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने बताया कि वह शुरुआत में फिल्मों में नहीं आना चाहती थीं. वह तो मामा की बेटी के साथ बस फोटोशूट करवाने गई थीं और फिर संयोग से उन्हें भी ऑफर आने लगे और फिर वह फिल्मों की दुनिया में आ गईं. इसी के साथ उन्होंने अपनी डेब्यू फिल्म ‘बेखुदी’ से सैफ अली खान के बाहर होने को लेकर भी रिएक्ट किया.

काजोल से सैफ अली खान को लेकर भी सवाल किया गया. जहां उन्होंने कहा कि तब फिल्मों की उन्हें इतनी समझ नहीं थी. उन्हें नहीं पता था कि आखिर क्यों सैफ अली खान को निकाला गया और क्यों नहीं. मगर सैफ बहुत ही अच्छे स्टार हैं. वहीं, काजोल ने आजकल के बदलते सिनेमा पर भी बात की.

‘बेखुदी’ से सैफ अली खान क्यों बाहर हुए…बोलीं काजोल
काजोल ने कहा, ‘मुझे उस वक्त फिल्मों के बारे में इतना पता नहीं था. इसलिए मुझे निराशा भी नहीं हुई. मुझे नहीं पता कि क्यों सैफ अली खान को निकाला गया. मतलब क्यों सैफ ने पिक्चर छोड़ दी. मैं तब बहुत यंग थी. मुझे बिल्कुल एहसास नहीं था कि क्या हो रहा है क्या नहीं.’

काजोल का डेब्यू
बता दें बेखुदी फिल्म साल 1992 में रिलीज हुई थी जिससे काजोल ने डेब्यू किया था. शुरुआत में ये फिल्म सैफ अली खान को मिली थी. मगर कुछ बदलावों के बाद वह बाहर हो गए. इसके बाद राहुल रवैल के डायरेक्शन में बनी फिल्म में कमल सदाना को लिया गया था.

बदला सिनेमा
काजोल ने बदलते सिनेमा और मौजूदा समय को लेकर भी बातचीत की. उन्होंने ओटीटी की सराहना की. साथ ही आज के दौर की सिनेमा की तारीफ करते हुए कहा कि आज सबसे अच्छी बात ये है कि कोई उम्र का या फिर फिगर का मेजरमेंट नहीं कर रहा. अच्छे रोल और अच्छी कहानियां लिखी जा रही है.

क्या चीज इंडस्ट्री में बहुत ओवररेटेड है?
काजोल से एक सवाल इंडस्ट्री के कल्चर और कामकाज को लेकर भी पूछा गया. जब उनसे सवाल किया कि कौन सी चीज फिल्म इंडस्ट्री में बहुत ओवररेटेड है. तो वह मुस्कुराती हैं और कहती हैं कि उन्हें एक चीज बहुत अजीब लगती है. वो है- फेक ऑनेस्टी. कुछ लोग बहुत ही सफाई से झूठी इमेज को फ्लॉन्ट करते हैं. कभी सोशल मीडिया के माध्यम से तो कभी किसी और जरिए.

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