Last Updated:
Can a Whale Swallow a Human: चिली में एड्रियन सिमांकास को हंपबैक व्हेल ने निगल लिया लेकिन सुरक्षित बाहर निकाल दिया. व्हेल इंसान को निगल नहीं सकती क्योंकि उनका गला बहुत छोटा होता है.
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक दिल दहला देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है.
हाइलाइट्स
- कयाकर एड्रियन सिमांकास को हंपबैक व्हेल ने निगला
- व्हेल इंसान को निगल नहीं सकती, उसका गला छोटा होता है
- सिमांकास को कोई चोट नहीं आई, सुरक्षित बाहर निकल आए
Can a Whale Swallow a Human: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक दिल दहला देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है. चिली पेटागोनिया के एड्रियन सिमांकास समुद्र में कयाकिंग कर रहे होते हैं, तभी एक व्हेल तेजी से उनकी ओर बढ़ती है और उन्हें निगल जाती है. लेकिन कुछ ही सेकंड में हंपबैक व्हेल ने उन्हें चमत्कारिक रूप से बाहर निकाल दिया. इस खौफनाक पल का वीडियो उनके पिता डेल सिमांकास ने रिकॉर्ड किया, जो दूसरी कयाक में थे. इसे देखकर यकीनन आपके भी होश उड़ जाएंगे.
यह पहली बार नहीं जब किसी हंपबैक व्हेल ने कयाकर को निगलने की कोशिश की हो. नवंबर 2020 में कैलिफोर्निया के समुद्री तट पर ऐसा ही एक मामला सामने आया था. उस समय भी एक हंपबैक व्हेल ने दो कयाकर को निगलने की कोशिश की थी. सौभाग्य से वे दोनों भी सुरक्षित बच निकले थे. यह घटना हमें समुद्र की विशालता और प्रकृति की अनिश्चितता का अहसास कराती है.
ये भी पढ़ें- सीईसी के नाम पर क्यों याद आते हैं टीएन शेषन, जिन्होंने जगाया था चुनाव आयोग पर भरोसा
क्या कहा सिमंकास ने
बाद में, सिमंकास ने कहा, “मुझे लगा कि किसी ने मुझे पीछे से मारा है, यह सब एक सेकंड में हुआ. किसी गहरे नीले या सफेद रंग की चीज ने मुझे घेर लिया, और एक चिपचिपा पदार्थ मेरे चेहरे को छू गया. एक या दो सेकंड के बाद मुझे लगा कि लाइफ जैकेट मुझे ऊपर खींच रही है और फिर अचानक मैं फिर से बाहर आ गया.” कमाल की बात यह है कि उन्हें कोई चोट नहीं आई.
ये भी पढ़ें- क्यों बार-बार फिसल जाती है सैम पित्रोदा की जुबान, माने जाते हैं दूरसंचार क्रांति के जनक, गांधी परिवार के बेहद करीबी
कितनी तरह की होती हैं व्हेल
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक व्हेल के मुख्य रूप से दो परिवार हैं: बेलीन व्हेल और दांतेदार व्हेल. बेलीन व्हेल की 14 प्रजातियां हैं जिनमें ब्लू व्हेल, हंपबैक व्हेल और ग्रे व्हेल शामिल हैं. दांतों के बजाय, इन व्हेल में बेलीन होता है, जो अनिवार्य रूप से उनके मुंह के अंदर एक फिल्टर-फीडिंग सिस्टम है. बेलीन केराटिन से बना होता है – वही प्रोटीन जो मानव बाल और नाखूनों को बनाता है. बेलीन व्हेल इस सिस्टम का उपयोग पानी से छोटी मछलियों जैसे छोटे शिकार को छानने के लिए करती हैं.
ये भी पढ़ें- Explainer: पिछले दस सालों में किस नदी को किया गया साफ, जिसकी अब बदल गई तस्वीर, यमुना को लगेगा कितना समय?
भोजन चबाने के लिए नहीं होते दांत
दांतेदार व्हेल के दांत होते हैं. इन व्हेल की 70 से ज्यादा प्रजातियां हैं जिनमें स्पर्म व्हेल, बीकड व्हेल, किलर व्हेल और डॉल्फिन शामिल हैं. साइमन फ्रेजर यूनिवर्सिटी (कनाडा) की शोधकर्ता अनाइस रेमिली ने अपनी वेबसाइट व्हेल साइंटिस्ट्स पर एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, “इन व्हेल के दांत होते हैं और वे मछली और सील जैसे बड़े शिकार का शिकार करती हैं.” उल्लेखनीय है कि दांतेदार व्हेल भोजन चबाने के लिए अपने दांतों का इस्तेमाल नहीं करती हैं. वे आमतौर पर अपने शिकार को पकड़ने और उसे पूरा निगलने के लिए दांतों का इस्तेमाल करती हैं.
ये भी पढ़ें- भारत के वो उद्योगपति जिन्होंने बनाया शादियों का रिकॉर्ड, जिन्ना की बहन के साथ भी रहे इश्क के चर्चे
इंसान को निगलना मामुमकिन
बेलीन व्हेल और दांतेदार व्हेल दोनों ही इंसानों को निगल नहीं सकतीं. हालांकि उनका मुंह बहुत बड़ा होता है, लेकिन उनका गला बहुत छोटा होता है. एक हंपबैक व्हेल का गला लगभग एक इंसान की मुट्ठी के आकार का होता है. दांतेदार व्हेल की ग्रासनली बेलीन व्हेल से बड़ी होती है. हालांकि, वे भी एक पूरे इंसान को निगलने में असमर्थ हैं.
स्पर्म व्हेल इसका अपवाद हैं. वे दुनिया की एकमात्र व्हेल हैं जिनके गले इतने बड़े हैं कि वे किसी इंसान को निगल सकती हैं. लेकिन नेशनल जियोग्राफ़िक की एक रिपोर्ट के अनुसार स्पर्म व्हेल द्वारा किसी इंसान को निगलना ‘एक अरब में एक घटना’ है. आंशिक रूप से इसलिए क्योंकि ऐसे वाकए बहुत दुर्लभ हैं.
ये भी पढ़ें- Explainer: दिल्ली MCD में दल बदल कानून नहीं, बीजेपी को मिल रहा फायदा, तोड़ रही ‘आप’ पार्षद
फिर एड्रियन को क्यों निगला व्हेल ने
सवाल यह उठता है कि फिर हंपबैक व्हेल ने सिमंका को क्यों निगल लिया? न्यू हैम्पशायर (यूएसए) में ब्लू ओशन सोसाइटी फॉर मरीन कंजर्वेशन की सह-संस्थापक और शोध निदेशक डायना शुल्टे ने द न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया, “हंपबैक व्हेल जब भोजन करती है तो अपने शिकार (छोटी मछली) को पकड़ने के लिए मुंह खोलकर सतह पर आती है. संभवतः उसे पता नहीं होगा कि कयाकर उनके ऊपर है. खासकर बादल छाए रहने को देखते हुए.” क्योंकि हंपबैक व्हेल मुख्य रूप से अपनी सुनने की शक्ति पर निर्भर रहती हैं. कयाक जैसी छोटी मोटर रहित बोट बहुत कम आवाज पैदा करते हैं, इसलिए ऐसी संभावना है कि व्हेल को पता नहीं होगा कि वहां कयाक है.
New Delhi,Delhi
February 18, 2025, 18:48 IST
व्हेल ने निगला कयाकर, चमत्कारिक रूप से बचा, जानिए क्यों नहीं है चिंता की बात