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Movie Ek Chalis Ki Last Local Sequel: बॉलीवुड की क्लासिक स्लीपर हिट फिल्म ‘एक चालीस की लास्ट लोकल’ का दूसरे पार्ट बनाने की तैयारी चल रही रही है. फिल्म देश ही नहीं, विदेश में भी खूब सराही गई. फिल्म का एक गाना इत…और पढ़ें
मूल फिल्म 2007 में रिलीज हुई थी.
हाइलाइट्स
- ‘एक चालीस की लास्ट लोकल’ का सीक्वल चिली में शूट होगा.
- फिल्म के एक गाने ने बजट की भरपाई कर दी थी.
- ओरिजिनल फिल्म ने 72 करोड़ की कमाई की थी.
नई दिल्ली: अभय देओल, नवाजुद्दीन सिद्दीकी और नेहा धूपिया की अदाकारी से सजी डार्क कॉमेडी ‘एक चालीस की लास्ट लोकल’ के सीक्वल का इंतजार लंबे समय से किया जा रहा था और आखिरकार एक ट्विस्ट के साथ अब इसके सेकेंड पार्ट के लिए आप तैयार हो जाएं. इस बार, यह अफरा-तफरी मुंबई की लोकल ट्रेनों में नहीं, बल्कि अमेरीका के देश चिली के शानदार रात के नजारों के बीच होने वाली है. कल्ट क्लासिक फिल्म के लेखक-निर्देशक संजय खंडूरी ने इस खबर की पुष्टि की और कहा कि इसका सीक्वल बहुत बड़ा, जबर्दस्त और ग्लोबल होने वाला है.
आपको जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ 3 करोड़ रुपए के मामूली बजट में बनी ओरिजिनल फिल्म ने सभी वर्जन में करीब 72 करोड़ की कमाई करके सनसनी मचा दी थी. फिल्म की कहानी बहुत अनोखी थी. मुंबई में हीरो की आखिरी लोकल ट्रेन छूटने के बाद उस एक रात में क्या-क्या रोमांचक घटनाएं घटती हैं, उसकी कहानी की गूंज विदेश में खूब सुनाई दी. अब, संजय खंडूरी ने इस कहानी के प्लॉट को बदलने की योजना बनाई है. उन्होंने कहा, ‘इस बार मुंबई में नहीं बल्कि एक विदेशी धरती पर आखिरी गाड़ी छूटने पर क्या होगा, उससे कहानी में एक नया रोमांचकारी मोड़ आएगा.’

फिल्म के सीक्वल की शूटिंग चिली में होगी.
‘फिल्ममेकर का सपना है चिली’
संजय खंडूरी ने शुरुआत में मोरक्को मे शूटिंग की योजना बनाई थी, लेकिन चिली सरकार के स्पॉन्सर्ड पांच दिनों की यात्रा के बाद अपना प्लान बदल दिया. वे देश की सिनेमाई लोकेशन से मोहित होकर और अटाकामा रेगिस्तान से लेकर वालपाराइसो की पहाड़ियों और सैंटियागो की रात का जिक्र किया. उन्होंने चिली देश को एक फिल्म मेकर का सपना कहा. संजय खंडूरी ने कहा, ‘ज्यादातर वाइट यूरोपीय लोगों के उलट यहां के लोग भारतीयों जैसे हैं. उनका रंग, उनके चेहरे, काले बाल और अद्भुत मुस्कान है. यह बॉलीवुड के लिए एकदम सही है.’
मेक्सिको में सराही गई फिल्म
सीक्वल का ‘चिली’ में जाना कोई इत्तेफाक की बात नहीं है. पहली फिल्म ‘एक चालीस की लास्ट लोकल’ को ‘मेक्सिको’ में बेपनाह लोकप्रियता मिली. वहां कई पुरस्कार जीते और संजय खंडूरी का मकसद संबंधों को मजबूत करना है. वे बोले, ‘चिली के युवा बॉलीवुड संगीत और डांस को पसंद करते हैं. मैं हैरान हूं कि वो जब हम से मिले, तो फिल्म का गाना ‘क्या हुआ जो लारी छूटी सुनाने लगे!’ गया.’ उन्होंने हंसते हुए फिल्म के इस सुपरहिट गीत का जिक्र किया, जिस एक गाने ने ही उनकी फिल्म के बजट की भरपाई कर दी थी.
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